सन 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की जीत का स्मरण करते हुए 03 दिसंबर 2020 से 16 दिसंबर 2021 तक की अवधी को “स्वर्णिम विजय वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा हैं। इस दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की अमर ज्योति से चार विजय मशालों को प्रज्वलित कर के देश के विभिन्न भागों में भेजा जा रहा है। दक्षिण भारत के विजय मशाल का आज 29 जनवरी 2021 को सुबह 08.30 बजे अहमदनगर शहर में आगमन हुवा।
           विजय मशाल को घुडसवारों, साइकल सवारों व धावकों द्वारा आर्म्ड कोर केंद्र एवं स्कुल के रास्ते यांत्रिक पैदल सेना केंद्र के युद्ध स्मारक में लाया गया। यहाँ विजय मशाल को 1971 के युद्ध में शामिल ब्रिग्रेडियर आर एस रावत वीएसएएम (रिटायर्ड) को सौपा गया। तत्पश्चात विजय मशाल को युद्ध स्मारक में स्थापित कर ब्रिग्रेडियर विजय सिंंह राणा, वीएसएम कमान्डेंट यांत्रिक पैदल सेना केंद्र व 1971 के वयोवृद्ध योद्धाओं ने 1971 के वीर सेनानीयों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

           इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एमआईआरसी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बंगलादेश के सैन्य अधिकारी द्वारा युद्ध स्मारक पर श्रद्धाजंलि अर्पित करना रहा। विजय मशाल युद्ध स्मारक में 04 फरवरी 2021 तक स्थापित रहेगी। इस कार्यक्रम को विस्मरणीय बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की गतविधीयों का आयोजन किया जा रहा हैं। जिनमें से मुख़्यता सैन्य युद्ध उपकरणों की प्रदर्शनी और युद्ध दिग्गजों का सम्मान संम्मिलीत हैं।